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गुरुवार, 18 मार्च 2010

राजनीतिक क्षेत्र में बढ़ते कदम दर कदम

 "अगर कोई को काम पूरी निष्ठा और लगन से किया जाए तो कोई असंभव नहीं है। हर रोज चुनौतियां सामने हैं, जरूरत है उससे निपटने की । समय के साथ चुनौतियां का सामना किया और रास्ता खुद व खुद बनता गया।"



भारतीय जनता पार्टी इंदौर (मध्यप्रदेश) की अग्रणी  महिला नेता श्रीमती सुमित्रा महाजन, राजनीतिक क्षेत्र में काफी ऊंचाईयों को तय किया है। 12 अप्रैल, 1943 में चिपलुन (जिला-रत्नागिरी, महाराष्ट्र) में पैदा हुईं श्रीमती सुमित्रा महाजन, बचपन से ही परिवार में रहकर मां-बाप की प्ररेणा से इंदौर यूनिवर्सिटी से एमए और एलएलबी करने के बाद वकालत से अपने करियर की शुरुआत की। इस बीच आप ने महिला मोर्चा, भारतीय जनता पार्टी (मध्यप्रदेश) की सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जुड़कर बीजेपी का हमेशा के लिए दामन थाम लिया। 
महिलाओं के उत्थान, सामाजिक न्याय के लिए तत्पर श्रीमती सुमित्रा महाजन बचपन से कविता लिखना-पढऩा, संगीत सुनना, भारतीय खेलों की शौकिन, ड्रामा एवं सिनेमा देखना और गीत गानें में निपुण हैं। खेल के मैदानों के विकास एवं सुरक्षा के लिए काम कर चुकीं श्रीमती सुमित्रा जी साहित्यकला विज्ञान के क्षेत्र में भी देवी अहिल्या बाई होलकर पर आधारित प्ले में स्टेश शो भी कर चुकीं हैं। इतना ही नहीं मराठी कविता, रामायण व ऐतिहासिक व्यक्तित्व के बारे में लेक्चर व बहस में हिस्सा ले चुकी सुमित्रा जी आज भी आध्यात्मिक संगठन सानंद से सक्रिय रूप से जुड़ी हुईं हैं। चीन और इंडोनेशिया में महिलाओं पर आधारित कांफ्रेंश में बतौर डेलिगेट के रूप में भी हिस्सा ले चुकी हैं।
सन् 1982 में म्यूनिसिपल कारपोरेट, इंदौर में बतौर कारपोरेटर, 1984 में डीप्टी मेयर के रूप में कार्य चुकीं श्रीमती सुमित्रा महाजन,   छह बार लोकसभा चुनाव में विजयी रह चुकीं हैं। प्रतिभा की धनी श्रीमती महाजन वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश ईकाई की अध्यक्षा, मराठी एकादमी मध्यप्रदेश की अध्यक्षा, अहिल्या उत्सव कमेटी इंदौर की चेयरमैन, इंदौर में कंटेंपररी स्टडी सेंटर की चेयरमैन, पारसपुर सहकारी बैंक और महाराष्टरा सरकारी बैंक की सचिव, मध्यप्रदेश भारतीय महिला की सदस्य के रूप में कार्यरत हैं। प्रस्तुत है, श्रीमती सुमित्रा महाजन से बाचीत के कुछ अंश...

आपकी राजनीतिक करियर काफी अच्छा रहा है, दरअसल आप कैसी हैं?
मैं आम इंसान हूं। मेरा पारिवारिक बैकग्राउंड कानून से जुड़ा है। इसलिए मैंने एमए और एलएलबी करने के बाद वकालत से अपने करियर की शुरुआत की। साथ ही साथ बीजेपी से जुड़ी रही। इस कारण कुछ ऐसी बातें हैं, जो मुझमें रची-बसी हैं। मैं बहुत साफ कहती हूं, इसलिए शायद मेरी छवि कुछ ऐसी है। 
सबसे पहले आपने कब सोचा कि राजनीति आपकी कर्मभूमि होगी?
मैंने वकालत के साथ-साथ मध्यप्रदेश बीजेपी महिला मोर्चा में अध्यक्षा के तौर पर राजनीति शुरुआत की। सबसे पहले मैं 1989 में 9वीं लोकसभा चुनाव में विजय पायी। इसके बाद मध्यप्रदेश में मेरा राजनीतिक सफर का दौर आगे बढ़ता गया। 1995 में बीजेपी संसदीय बोर्ड सचिव के साथ-साथ मध्यप्रदेश की संसदीय बोर्ड की चेयर मैन के रूप में काम किया। इसके बाद 11वीं, 12वीं, 13वीं और 14वीं लोकसभा चुनाव में जीत हासिल हुई। 
आपके प्रेरणास्रोत ...
मेरा परिवार मेरे लिए प्ररेणास्रोत रहा है। इसलिए शुरू में मैंने एलएलबी करके वकालत की। राजनीतिक क्षेत्र में अटल जी ने मुझे काफी प्रभावित किया है। हाल की बात है जब मैं वाजपेयी जी को देखने अस्पताल गई तो बातचीत के दौरान श्री अटल जी ने कहा कि मैं इस बार की चुनाव में जरूर आउंगा, तो मैंने कहा कि आप जल्दी से ठीक हो जायें। मैंने सोचा कि आज भी अस्वस्थ होते हुए पहले जैसा ही बुलंद हौंसला है। 
आपने बीजेपी पार्टी को ही क्यों चुना?
भारतीय जनता पार्टी एक राष्टरीय पार्टी है। यह हमेशा से ही देशहित के लिए काम किया है और कर रही है। आज कांग्रेस अपनी पीठ महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू के नाम पर थपथपाती रहती है, लेकिन उसे यह नहीं पता है कि उनके आदर्शों पर चलकर कितने लोगों का भला हो सकता है। बीजेपी हमेशा से आम जनता  की आवाज रही है। इससे अच्छी पार्टी दूसरी कोई नहीं है। 

बीजेपी में महिलाओं की सीट को लेकर क्या कहना चाहेंगी?
बीजेपी मे महिलाओं को हमेशा से टिकट मिली है और मिलती रहेगी। 33 प्रतिशत का आरक्षण महिलाओं का रहा है।
राजनीति में पुरुषों का बोलबाला है, महिला होने के नाते आपको कोई परेशानी?
ऐसा कुछ भी नहीं। मैंने हर जिम्मेदारी को मेहनत, लगन और पूरी ताकत के साथ निभाया है। आज की महिलाएं ज्यादा जागरूक हैं। वे हर काम करने में सक्षम हैं। 
जो महिलाएं राजनीति में आना चाहती हैं, सुमित्रा महाजन की क्या राय है?
राजनीति ही नहीं, आज महिलाएं हर क्षेत्र में काफी आगे हैं। महिलाएं अपने अधिकार को जाना-पहचाना है। मैं कहती हूं कि महिलाएं किसी काम के लिए शार्ट कट रास्ता न अपनाये। किसी भी क्षेत्र में आगे बढऩे के लिए कड़ी मेहनत और लगन की जरूरत है। महिलाएं अपने दम पर आगे आए और स्वयं में आत्मविश्वास पैदा करें। 
महिलाओं पर बढ़ते अपराध के कारण?
हमेशा से महिलाओं पर अत्याचार होते आये हैं। पहले समाज के सामने ऐसे अपराध उजागर नहीं हो पाते थे। आज की स्थिति यह है कि कोई भी घटना घटती है तो समाज के सामने आ जाती है। वजह यह है कि आज के समय में ज्यादा अपराध दिखाई देते हैं। जो महिलाएं शार्ट कट रास्ता अपनाती हैं, उनके लिए समस्या हर जगह है, इसलिए स्वयं की मेहनत और आत्मविश्वास की बदौलत आगे बढ़े, निश्चय ही उन्हें सफलता मिलेगी। 
आप को लोग ताई जी कहते हैं...
जी हां, यह लोगों का प्यार है। मध्यप्रदेश में लोगों ने हमें काफी प्यार दिया है। 


श्रीमति सुमित्रा महाजन

जन्म : 12 अप्रैल, 1943 (चिपलुन, रत्नागिरी)
पिता : श्री पुरुषोत्तम निलकंठ सेठ
माता : श्रीमती ऊषा
पति : श्री जयंत महाजन
शिक्षा : एमए, एलएलबी (इंदौर, मध्यप्रदेश)
पता : 8, जी.आर.जी.रोड,
नई दिल्ली- 110001

उपलब्धियां : 
1982-85 : कारपोरेट, म्युनिसिपल कारपोरेशन, इंदौर
1984-85 : डिप्टी मेयर, म्युनिसिपल कारपोरेशन, इंदौर
1989 : 9वीं लोकसभा चुनाव में विजयी
1990-1991 : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में परामर्श समिति सदस्या, महिला मोर्चा भारतीय जनता पार्टी (मध्यप्रदेश) की अध्यक्षा के रूप में
1991 : 10वीं लोकसभा चुनाव में विजयी
1991-92 : 73वें  संविधान संशोधन कमेटी की सदस्या, प्रसव पूर्व लिंग जांच तकनीकी रेगुलेशन बिल 1991 की सदस्या। 
1991-96 : संचार मंत्रालय में परामर्श सदस्या 
1992-94 : मध्यप्रदेश बीजेपी की उपाध्यक्षा के रूप में काम किया।
1995-96 : बीजेपी संसदीय बोर्ड सचिव, इस बीच मध्यप्रदेश की संसदीय बोर्ड की चेयर मैन। 
1996 : ग्यारहवीं लोक सभा चुना में तीसरी बार विजयी। 
1996 : सचिव भारतीय जनता पाटी। 
1998 : 12वीं लोकसभा चुनाव में चौथी बार विजयी, मुख्य सचिव बीजेपी। 
1998-99 : में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत नशा सुधार, शिक्षा और महिला उत्थान, महिला अपराध-कानून जैसे संगठनों की सदस्या। 
1999 : 13वीं लोक सभा के लिए 5वीं बार विजयी। 
1999-2002 : मानव संसाधन विकास मंत्रालय में बतौर राज्य मंत्री के रूप में, 
2002-03 : संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय राज्य मंत्री, 3 से 4 पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय में राज्य मंत्री
2004 : 14वीं लोकसभा के लिए 6वीं बार विजेता। इसके अलावा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की चेयपर्सन के रूप में भी रहीं। लोक सभा चेयमैन पैनल की सदस्या, साहित्य कला विज्ञान के क्षेत्र में देवी अहित्या बाई होलकर पर आधारित प्ले में स्टेज शो। 
विदेश यात्रा- चीन और इंडोनेशिया में महिलाओं पर आधारित कांफ्रेंश में डेलिगेट बनकर हिस्सा लिया। 

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