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गुरुवार, 18 मार्च 2010

सकारात्मक सोच ही जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है : विन्नी सोनी


यह सच है कि महिलाएं आज लगभग हर क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम कर रही हैं। प्रतिस्पर्धा भरे इस माहौल में जहां हमारे समाज में एकल परिवार प्रणाली अपनायी जा रही है, वहीं महिलाएं न केवल घर-परिवार वरन व्यवसाय को संचालित व स्थापित करने में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।  जी हां, हम बात कर रहे हैं बिरला सन लाइफ कंपनी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं ग्रुप लाइफ एंड पेंशन बिजनेस हेड विन्नी सोनी के बारे में, जिन्होंने स्वयं के विश्वास, सकारात्मक सोच व कड़ी मेहनत से अपने करियर को उस मुकाम तक पहुंचाया है, जहां पहुंचना हर किसी का एक सपना होता है। 

करियर में मिला सम्मान
बिजनेस सेक्टर में महत्वपूर्ण कार्य व योगदान के लिए टोरन्टो में एक महिला संगठन द्वारा विन्नी जी को 'एशियन रोल मॉडल' से नवाज़ा गया, इस असाधारण सफलता को विन्नी विनम्रता से स्वीकार करते हुए कहती हैं कि "मुझे बहुत खुशी है यह पुरस्कार पाकर, जिसका पूरा श्रेय मैं अपने गुरु स्वामी चिन्मयानंद को देना चाहूंगी, जिन्होंने मुझे इस काबिल बनाया है।" आगे वह कहती हैं कि "आज मेरे जीवन में जो परिवर्तन हुआ है या फिर जो कुछ मैंने जीवन में पाया है, वह गुरू की कृपा व प्ररेणा से है।"

पढ़ाई से मिला विश्वास
प्रतिभा की धनी विन्नी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से विज्ञान विषय में ग्रेजुएट शिक्षा के बाद कनाडा और अमेरिका के हार्वर्ड व व्हार्टन विश्वविद्यालय से मैनेजमेंट/मार्केटिंग के क्षेत्र में डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स पूरा किया। उन्होंने मार्केटिंग/मैनेजिंग के विभिन्न विभागों में अपने नये विचार और कुशलनेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है। अपने बिजनेस करियर के 30 साल के अनुभवों में Financial underwriting, Business development, Marketing and Operations and Entire Business आदि विभागों में बखूबी काम कर चुकी हैं।  Mananam Books में बतौर असिस्टेंट एडिटर के पद पर काम कर चुकीं विन्नी, अपने हुनर से हर किसी को प्रभावित किया है। देश के विभिन्न कॉलेजों में आयोजित सेमिनार में भी हिस्सा ले चुकी हैं। उनके द्वारा प्रस्तुत सुझाव व कार्यों पर देश में ही नहीं, बल्कि विदेश की पत्र-पत्रिकाओं में लेख प्रकाशित हो चुके हैं।

बिजनेस के स्वतंत्र निर्णय 
पुरानी लीक से हटकर नई राह बनाने वाले लोग ही कामयाबी की सीढ़ी चढ़ते हैं। यह बात विन्नी पर पूरी तरह खरी उतरती है। उन्होंने विश्व पटल पर कंपनी व अपने बिजनेस को जो पहचान दी है, वह काफी सराहनीय है।
किसी बिजनेस को कैसे इंम्प्लीमेंट करें? इस पर विन्नी कहती हैं कि "यह बिजनेस साधारण है, लेकिन इतना आसान नहीं है, इसे मार्केट में लागू करना। आज के प्रतिस्पर्धा भरे बाजार में बने रहने व आगे बढऩे के लिए सबसे जरूरी है कि एक कुशल नेतृत्वकर्ता व अच्छे टीम सदस्यों की।" उनका मनना है कि वर्तमान में हमारी शिक्षा पद्धति और काम करने का जो सिस्टम है, दोनों में कोई तालमेल नहीं है। कोई काम कैसे करें, इस बात पर कोई ध्यान नहीं देता है, बल्कि क्यों होगा, इस बात पर अधिक महत्व दिया जाता है। 'कोई काम कैसे करें?'  इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं विन्नी द्वारा सेमिनार और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिये अपने टीम के सभी सदस्यों की कार्य कुशलता बढ़ाने और लक्ष्य को पूरा करने के लिए समय-समय पर उन्हें प्रोत्साहित करना। शायद इसलिए विन्नी के टीम को हर बार सबसे अधिक स्कोर मिलता है। उन्होंने अपने बिजनेस में टीम सदस्यों की कार्य कुशलता, स्वस्थ्य व्यवसाय व रचनात्मक गुणों के साथ कस्टमर व शेयर होल्डर्स का भी ध्यान रखा है।
वह इस सबन्ध में कहती हैं कि "बिजनेस करने का सही तरीका है कि कस्टमर के मुताबिक आप अपने प्रोडक्ट को बनाये। यानी कस्टमर से पहले यह पूछें कि उसे क्या चाहिए।" विन्नी की यह सबसे बड़ी सफलता है वह कस्टमर सेंट्रिक होकर अपने प्रोडक्ट्स का डिज़ाइन करती हैं। कनाडा की स्रूश्वज्ह्य के लिए मार्केट में विन्नी ने एक नये ब्रांड को स्थापित किया है, जिसका नाम है "SunAdvantage”।

परिवार ने दी ताकत
विन्नी, अपनी मां को अपना रोल मॉडल मानती हैं। बकौल विन्नी "जब मैं छोटी थी, तो मेरे पिता जी का देहांत हो गया और मां ही मेरी एक रोल मॉडल थीं। एक विडो होकर उन्होंने तीन बच्चियों को किस मुश्किल में पाला है, उनके रास्ते में जो भी मुसीबत आयी, उसका उन्होंने धैर्य के साथ सामना किया और वही धैर्य मेरे लिए एक मॉडल बन गया।"
15 साल से स्वयं सेविका के रूप में समर्पित विन्नी, आज एक सफल प्रशासक, अच्छी पत्नी और ममतामयी मां के किरदार को शानदार ढंग़ से निभा रही हैं। वह अपने तमाम व्यस्त कार्यों के बावजूद अपने करियर व परिवार को पूरा समय देती हैं। वह कहती हैं "मैं हर चीज़ को एक दायरे में रखती हूं, जब मैं परिवार के साथ होती हूं तो सिर्फ मैं परिवार को फोकस करती हूं और जब मैं काम पर होती हूं, तो मैं सिर्फ अपने काम को फोकस करती हूं।"

स्वयं को बनाया मजबूत
अपने व्यक्तिगत जीवन को काम के साथ-साथ कैसे बैलेंस करें? यह कोई विन्नी से पूछे, जब कभी विन्नी जी को फुर्सत मिलती है तो वह अपना पूरा वक्त रीडिंग में बिताती हैं। इसके अलावा वह योगा, ध्यान व मनन भी करती हैं। क्लासिकल म्यूजिक (इंडियन व वेस्टर्न) से विन्नी को काफी लगाव है। वह फिल्म देखने की बहुत बड़ी शौकिन हैं। जब कभी वह मुश्किल में होती हैं तो वह आत्मचिंतन, मनन करती हैं। धर्म और आस्था में भी वह पूरा विश्वास रखती हैं। बकौल विन्नी "यदि मैं कभी किसी चीज़ से अपसेट होती हूं, तो उससे दूर रहने और स्वयं को बैलेंस बनाये रखने के लिए आत्मचिंतन और योगा करती हूं।"

सफलता का मूल मंत्र
सकारात्मक सोच, कड़ी मेहनत व लगन को विन्नी सफलता की कुंजी मानती हैं। वह कहती हैं कि "यदि इंसान अपने सकारात्मक सोच के साथ तन, मन, उत्साह व लगन से निर्धारित लक्ष्य के प्रति केंद्रित होकर आगे बढ़े, तो सफलता/मंजिल संभव है।"
निश्चय ही विन्नी सोनी के इस सकारात्मक सोच से उन सभी लोगों को प्रेरणा मिलेगी, जो बिजनेस सेक्टर में कुछ नया करके अपने मंजिल को छूने का हौंसला रखते हैं।  

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